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Worst Experiment On Human Subject in History

 

*मनुष्य के लिए विज्ञान श्राप या वरदान*

आपने विज्ञान के बारे में बहुत सी बातें जानी हैं इसके कई सारे प्रयोगों के बारे में सुना होगा जिसमें कई प्रयोग सामान्य तो कई प्रयोग हमारी रूह कांपने पर मजबूर कर दे। आज हम आपको ऐसे ही मनुष्य के ऊपर किये गए एक विज्ञान के प्रयोग के बारे में बताने वाले हैं ये प्रयोग इतना भयानक था कि इसे देखने वालों की रूह कांप गयी।


ये घटना है 5 दिसंबर 1802 लंदन की जहाँ एक GEORGE FORSTER नामक व्यक्ति को उसी के बेटी और पत्नी की हत्या के जुर्म में पकड़ा गया था और दिसम्बर की ही एक सुबह George Forster को फांसी दे दी गयी। इतिहास के सबसे Darkest Experiment  में से एक इस एक्सपेरिमेंट की कहानी यही से शुरू होती है।

उस समय इंग्लैण्ड में फंसी देने के बाद शरीर को छोटे-छोटे कई टूकड़ो में काटकर दफनाने का प्रावधान था, ऐसा इसलिए किया जाता था कि उस वक़्त वहां के स्थानीय लोगो का मानना था कि ऐसा करने से बुरा आत्मा जिस्म को पुनः जोड़ नही सकेगी। लेकिन "जॉर्ज फोस्टर" के साथ ऐसा नही किया गया बल्कि उसके मृत शरीर को GIOVANNI ALDINI को सौप दिया गया।



GIOVANNI ALDINI और LUIGI GALVANNI उनके नाम है जिन्होंने मृत शरीर मे विधुत धारा का प्रवाह करके उन्हें पुर्नजीवीत करने की थ्योरी दी थी, ये वही वैज्ञानिक थे जिन्होंने दुनिया मे पहली बार एक मरे हुए मेढ़क के शरीर मे विधुत की मदद से उसके पैरो को हिला कर अपनी इस थ्योरी का प्रमाण दिया था।


इस डारकेस्ट Experiment की शुरुआत जनवरी की एक ठंडी रात से होती है जब इस प्रयोग को देखने के लिए कुछ वैज्ञानिक, जर्नलिस्ट, रिसर्चर्स और वहाँ के नामी डॉक्टर्स आये थे। ALDINI ने एक बड़ी बैटरी से दो इलेक्ट्रोड को जोड़कर George forster के दोनों कानो से जोड़ दिया और विधुत धारा का प्रवाह शुरू कर दिया, करीब कुछ सेकंड में ही उस मृत शरीर का जबड़ा खुल गया जिसे देख वहाँ खड़े सभी लोगो के पसीने छूट गए, उन लोगो के बीच दहशत का माहौल तो तब बना जब जबड़े के खुलने के कुछ ही सेकंड बाद George Forster के मृत शरीर की एक आँख भी खुल गयी। ये ख़ौफ़नाक नजारा देख बड़े से बड़ा वैज्ञानिक भी उस जगह से बाहर निकलने लगे। कुछ लोग तो इस प्रयोग से इतना डर गए कि इस Experiment को अधूरा छोड़ के ही अपने घर की ओर निकल गए। इसके बाद ALDINI ने एक इलेक्ट्रोड को George Forster की बॉडी के सीने में घुसा दिया इसके तुरंत बाद ही जॉर्ज फोरेस्टर ने अपनी मुट्ठी अचानक से बंद कर ली और हवा में हाथ - पैर चलाने लगा जिसे देख "मिस्टर पास" जिन्होंने जॉर्ज फोरेस्टर के केस को Fast track court में चलाने की सिफारिश की थी उनकी मौके पर ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी।
वहाँ मौजूद लोगों की हालत देखते हुए इस Experiment को वही रोक दिया गया था और इससे जुड़ी सारी जानकारी को नष्ट कर दिया गया था। 
जिन लोगो ने इस Experiment को देखा और इस सदमे से सही सलामत बाहर आ पाए उन्होंने इसे दुनिया के सबसे भयानक Experiment कहा और इसे इतिहास के सबसे Darkest Experiment में से एक कहा।

इस Experiment से कही न कही विधुत की प्रवाह से मृत शरीर को पुनःजीवित करने की उस थ्योरी को साबित किया।


WRITER 👉 AAKASH
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